लखनऊ (भड़ास फॉर इंडिया) । फीरोजाबाद की बदनाम गली में चार साल तक सगी बहनों ने नर्क भोगा। नौकरी का झांसा देकर झारखंड से लाई गई दो बहनें किसी तरह जिस्मफरोशी के अड्डे से भागने में कामयाब हो गईं। थाने पहुंचकर दास्तां सुनाई। अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
झारखंड के जिला हजारी बाग में रहने वाली 16 वर्ष की किशोरी और उसकी छोटी बहन को एक युवक यहां काम दिलाने का झांसा देकर चार साल पहले लाया था। अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर आईं दोनों बहनों ने सोचा भी नहीं था कि यहां उन्हें जो रोजगार दिया जाएगा वह उनकी जिंदगी के लिए नासूर बन जाएगा। युवक ने उन्हें यहां लाकर बदनाम गली में पटक दिया। जिस्मफरोशी से इन्कार पर उन्हें यातनाएं दी गईं। चार साल तक वे गलीच धंधे में रहीं। मंगलवार सुबह मौका मिलने पर दोनों यहां से भागी और सीधे थाने पर रुकीं।
पुलिस ने दोनों को सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र बहादुर यादव के सामने पेश किया। सिटी मजिस्ट्रेट ने दोनों बहनों से उनकी इच्छा पूछी तो उन्होंने घर जाने की बात कही। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह दोनों बहनों को पुलिस अभिरक्षा में उनके अभिभावकों के सुपुर्द कराएं। साथ ही युवतियों के बयानों के आधार पर जिस्मफरोशी कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस ने परिवारीजनों से संपर्क साधा है।इस तरह के मामले कोई नयी बात नहीं दिल्ली,कलकत्ता,सहित कई बड़े नगरो में इस कारोबार में फंस चुकी लडकिया इस दलदल से बहार आने को तैयार है लेकिन दलालो का नेटवर्क उन को बहार नहीं आने देता